स्वास्तिक के 9 उपाय व टोटके

घर के इन 9 जगहों पे स्वास्तिक बनाने से मिटेगा घर का हर एक संकट और दुःख

स्वस्तिक (Swastika) शब्द को ‘सु’ एवं ‘अस्ति’ का मिश्रण योग माना जाता है। ‘सु’ का अर्थ है शुभ और ‘अस्ति’ का अर्थ है- होना अर्थात ‘शुभ हो’, ‘कल्याण हो’। स्वस्तिक अर्थात कुशल एवं कल्याण। गणेश पुराण में कहा गया है कि स्वस्तिक चिह्न भगवान गणेश का स्वरूप है, जिसमें सभी विघ्न-बाधाएं और अमंगल दूर करने की शक्ति है। पुराणों में स्वस्तिक को अविनाशी ब्रह्म की संज्ञा दी गई है। इसे धन की देवी लक्ष्मी यानी श्री का प्रतीक भी माना गया है। यहां हम आपको स्वस्तिक से जुड़े कुछ उपाय व टोटकें बता रहे है।

स्वास्तिक के उपाय व टोटके

1. माँ लक्ष्मी को करे प्रसन्न

घर के बाहर रंगोली के साथ कुमकुम, सिंदूर या रंगोली से बनाया गया स्वस्तिक मंगलकारी होता है। इसे बनाने से देवी और देवता घर में प्रवेश करते है।

2. देवता की मूर्ति रखे

स्वस्तिक बनाकर उसके ऊपर जिस भी देवता की मूर्ति रखी जाती है वह तुरन्त प्रसन्न होता है। यदि आप अपने इष्ट देव की पूजा करते है तो उस स्थान पर स्वस्तिक जरूर बनाएं।

3. गुड़ का उपाय

व्यापार नहीं बढ़ रहा है तो 7 गुरूवार तक उत्तर-पूर्वी कोने को गंगाजल से धोकर वहां हल्दी से स्वस्तिक बनाएं और उसकी पूजा करे। इसके बाद गुड़ का भोग लगाएं।

4. मनोकामना सिद्धि हेतु

मन्दिर में मनोकामना सिद्धि हेतु गोबर या कुमकुम से उल्टा स्वस्तिक बनाया जाता है। फिर जब मनोकामना पूर्ण हो जाती है तो वहीं जाकर सीधा स्वस्तिक बनाया जाता है।

5. दीपक जलाकर रखे

देव स्थान पर स्वस्तिक बनाकर उसके ऊपर पंच धान्य या दीपक जलाकर रखने से कुछ ही समय में मनोकामनाएं पूरी होती है।

6. नींद न आए तो

रात को नींद न आए तो सोने से पहले घर के देव स्थान पर इंडैक्स फिंगर से स्वस्तिक बनाएं। इससे बुरे सपने आने व अनिद्रा की समस्या दूर हो जाती है।

7. एक सुपारी पर कलवा

देहलीज के दोनों ओर स्वस्तिक बनाकर पूजा करे। स्वस्तिक के ऊपर चावल की एक ढेरी बनाएं और एक-एक सुपारी पर कलवा बांधकर उसको ढेरी के ऊपर रख दे। इस उपाय से धनलाभ होगा।

8. हल्दी का स्वस्तिक

ईशान यानी उत्तर-पूर्व में उत्तर दिशा की दीवार पर हल्दी का स्वस्तिक बनाने से घर में सुख और शान्ति बनी रहती है।

9. पितरों की कृपा के लिए

गोबर से स्वस्तिक बनाएं। इससे घर में शुभता, शान्ति और समृद्धि आती है। पितरों की कृपा भी प्राप्त होती है।

इस वेबसाइट में जो भी जानकारिया दी जा रही हैं, वो हमारे घरों में सदियों से अपनाये जाने वाले घरेल नुस्खे हैं जो हमारी दादी नानी या बड़े बुज़ुर्ग अक्सर ही इस्तेमाल किया करते थे, आज कल हम भाग दौड़ भरी ज़िंदगी में इन सब को भूल गए हैं और छोटी मोटी बीमारी के लिए बिना डॉक्टर की सलाह से तुरंत गोली खा कर अपने शरीर को खराब कर देते हैं। तो ये वेबसाइट बस उसी भूले बिसरे ज्ञान को आगे बढ़ाने के लक्षय से बनाई गयी है। आप कोई भी उपचार करने से पहले अपने डॉक्टर से या वैद से परामर्श ज़रूर कर ले। यहाँ पर हम दवाएं नहीं बता रहे, हम सिर्फ घरेलु नुस्खे बता रहे हैं। कई बार एक ही घरेलु नुस्खा दो व्यक्तियों के लिए अलग अलग परिणाम देता हैं। इसलिए अपनी प्रकृति को जानते हुए उसके बाद ही कोई प्रयोग करे। इसके लिए आप अपने वैद से या डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करे।

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