4. ऋणमोचक मंगल या गजेन्द्र-मोक्ष स्तोत्र का पाठ करें
यदि आप कर्ज से घिरे रहते है तो इसका सबसे उत्तम उपाय है प्रतिदिन ऋणमोचक मंगल स्तोत्र का पाठ करना. यह पाठ शुक्ल पक्ष के प्रथम मंगलवार से आरम्भ करना चाहिए. वैसे तो इस पाठ को प्रतिदिन करना चाहिए परन्तु यदि किसी कारण वश आप इस पाठ को प्रतिदिन करने में असमर्थ है तो मंलवार को यह पाठ अवश्य करना चाहिए.
इसके अलावा कर्ज-मुक्ति के लिए आप ‘गजेन्द्र-मोक्ष’ स्तोत्र का प्रतिदिन सूर्योदय से पूर्व पाठ भी कर सकते हैं. दोनों में से किसी एक का ही पाठ करें. दोनों ही कर्ज मुक्ति के लिए अमोघ उपाय हैं.
5. विष्णु-लक्ष्मी मंदिर
सोमवार के दिन एक रूमाल, 5 गुलाब के फूल, 1 चांदी का पत्ता, थोड़े से चावल तथा थोड़ा सा गुड़ लें. फिर किसी विष्णु लक्ष्मीजी के मंदिर में जाकर मूर्त्ति के सामने रूमाल रखकर शेष वस्तुओं को हाथ में लेकर 21 बार गायत्री मंत्र का पाठ करते हुए बारी बारी से उक्त वस्तुओं को उसमें डालते रहें. फिर इनको इकट्ठा करके कहें कि ‘मेरी परेशानियां दूर हो जाएं तथा मेरा कर्जा उतर जाए.’ यह क्रिया आगामी 7 सोमवार तक करें.
6. सियार सिंगी
यदि आप ऋण से अत्यधिक परेशान है तो थोड़ा सा सियार सिंगी लेकर उसे एक डिब्बी में रख ले तथा प्रत्येक पुष्य नक्षत्र में सिंदूर चढ़ाए. ऐसा करने से शीघ्र ही लाभ प्राप्त होगा, तथा आपको कर्जो से मुक्ति प्राप्त होगी.
7. श्मशान का पानी
यदि आप लगातार कर्जो में डूबता जा रहे है तो पीतल का एक लोटा ले तथा अपने पास के श्मशान जाकर उस लोटे में वहां का पानी भर ले. इस श्मशान के पानी को पीपल के पेड़ में डाल ले. यह उपाय हर शनिवार को किया जाना चाहिए 6 हफ्तों में ही आपको आश्चर्यजनक परिणाम देखने को मिलेंगे.