मिश्री क्रिस्टलाइज़ शुगर होती है और यह भारत में ही पाई जाती है। यह कई घरों में हिंदू देवताओं को प्रसाद के रूप में चढ़ाई जाती है। यह मीठी कैंडी कई तरह के गुणों से भरपूर होती है और इसीलिए यह कई मिठाइयों के बनाने में भी प्रयोग की जाती है। आइये जानते हैं मिश्री से होने वाले कुछ बेहतरीन फायदों के बारे में-
1. आँखों के रोग
आँख आना
6-10 ग्राम महात्रिफ्ला धृत में मिश्री मिलाकर सुबह -शाम रोगी को देने पर गर्मी के कारण आँखों में जलन ,आँखे ज्यादा लाल सुर्ख हो जाना ,आँखों के पलको का सूज जाना ,रौशनी कई और देखने से आँखों में जलन होना आदि रोग दूर होते है। त्रिफला के पानी से आँखो को धोने से भी आराम मिलता है।
आँखो का फड़कना
1 भाग गाय का घी और 4 भाग दूध लेकर अच्छी तरह उबाल ले फिर गर्म-गर्म दूध के साथ मिश्री और 3-6 ग्राम असगंध नागौरी का चूर्ण सुबह -शाम सेवन किया जाये तो पूरी तरह से पलको का फड़कना बंद हो जाता है।
आँखों के रोहे फुले
तूतिया (नीला थोथा ,कॉपर सल्फेट ) और मिश्री को बराबर मात्रा में लेकर गुलाब जल में गोल बनाकर रंखे इसकी 2-3 बुँदे रोजाना 3 से 4 बार आँखों में डालने से फुले रोहे आदि रोग समाप्त हो जाते है।
2. बहरापन
मिश्री और लाल इलायची को लेकर बारीक़ पीस ले फिर इस चूर्ण को सरसो के तेल में डालकर 2 घंटो तक रहने दे। 2 घंटो के बाद इस तेल को छानकर एक शीशी में भर ले इस तेल कई 3-4 बुँदे रोजाना सुबह-शाम कान में डालने से बहरेपन का रोग दूर हो जाता है।
3. नकसीर
50 ग्राम सूखे हुए कमल के फूल और 50 ग्राम मिश्री को को एकसाथ मिलाकर चूर्ण बना ले इस चम्मच को एक गिलास गर्म दूध के साथ फंकी लेने से सिर्फ एक हप्ते में ही नकसीर का रोग दूर हो जाता है।
4. सिर का दर्द
लगभग 10 ग्राम मिश्री को 10 ग्राम सांप के केंचुली में अच्छी तरह से घोटे और इसे घोटकर शीशी में भर ले लगभग 1 ग्राम के चौथे भाग की मात्रा में मिश्रण को बताशे में भरकर रोगी को खिला दे और ऊपर से तीन से चार घुट पानी के पिला दे। ऐसा करने से पुराने से पुराना सर का दर्द ठीक हो जाता है
5. गले के खराश में असरदार
अगर आप गले की खराश से परेशान है तो आप मिश्री का पानी बनकर पी लीजिए आपको बहुत आराम मिलेगा।
6. गले की सूजन
तिल,नील कमल,घी,मिश्री ,दूध और शहद को बराबर मात्रा में लेकर मिला ले फिर इनको मुंह में रखकर चूसने से गले की सूजन में आराम मिलता है।
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7. चीनी का बेहतरीन विकल्प
चीनी का बेहतरीन विकल्प है मिश्री आप इसे चीनी की जगह प्रयोग कर सकते है।
8. खांसी में आराम
मौसम बदलने पर बच्चों में खांसी जुकाम होना एक आम बीमारी है। खांसी में तुरंत आराम के लिए मिश्री का प्रयोग किया जा सकता है।
9. माउथ फ्रेशनर
सौंफ के साथ मिश्री का प्रयोग माउथ फ्रेशनर के रूप में बहुत प्रचलित है। इस शुगर कैंडी का मीठा स्वाद आपको फ्रेश फील देने के साथ ही आपके मुह में बैक्टीरिया को बनने से भी रोकती है। यही कारण है कि कई भारतीयों को खाने के बाद सौंफ के साथ मिश्री खाने की आदत है।
10. रिफ्रेशिंग ड्रिंक
दक्षिण भारत में, गर्मियों के दिन में मिश्री डालकर रिफ्रेशिंग ड्रिंक बनाने का प्रचलन है। एक गिलास पानी में एक चम्मच मिश्री का पाउडर मिलाकर इसे बनाया जाता है। यह दिमाग को बहुत आराम पहुंचाता है और आपके तनाव को कम करता है क्योंकि यह ग्लूकोज़ के रूप में हमे एनर्जी प्रदान करता है जिससे हमारी इन्द्रियों को आराम मिलता है।
11. पोषण बढ़ाये
मिश्री को अन्य चीजो में मिलाकर कई तरह के फायदे मिलते हैं जैसे भिंडी की जड़ के साथ मिश्री के सेवन से सेक्सुअल पॉवर बढती है। मिश्री कोनीम के पत्तियों के साथ लेने से पेट दर्द और डायरिया में भी आराम मिलता है।