कैल्शियम की कमी सिर्फ 2 रूपए में दूर करे, वो भी घर बैठे

बढ़ती उम्र के साथ व्यक्ति का डाइजेशन कमजोर होने लगता है. आमतौर पर 30 की उम्र पार करने के बाद बॉडी आसानी से डाइट में शामिल Calcium को पूरी तरह से अब्जॉर्ब नहीं कर पाती है. ऐसे में शरीर में कैल्शियम की कमी होने का खतरा एक आम बात है. इसके अलावा ज्यादा मीठा खाने या अनहेल्दी डाइट होने के कारण भी शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाती है. वहीं महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान बेबी की बोन डेवलेपमेंट प्रोसेस के समय महिला के शरीर में कैल्शियम का लेवल कम होने लगता है. इसके साथ ही बच्चों को ब्रैस्ट फीड करने वाली मांओं के शरीर में भी Calcium की कमी हो सकती है।

कैल्शियम की कमी के लक्षण

मसल क्रैम्प : होमोग्लोबिन और पानी की उचित मात्रा लेने के बावजूद अगर आप नियमित रूप से मसल क्रैम्प का सामना कर रहे हैं तो यह कैल्शियम की कमी का संकेत हैं।

लो बोन डेनसिटी : जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है कैल्शियम हड्डियों की मिनरलेजाईशन के लिए जरूरी होता है। कैल्शियम की कमी सीधे हमारी हड्डियों की सेहत पर असर करती है और ओस्टियोपोरोसिस और फ्रैक्च र का खतरा बढ़ा सकती है।

कमजोर नाखून : नाखून के मजबूत बने रहने के लिए कैल्शियम की जरूरत होती है, उसकी कमी से वह भुरभुरे और कमजोर हो सकते हैं।

दांत में दर्द : हमारे शरीर का 90 प्रतिशत कैल्शियम दांतों और हड्डियों में जमा होता है उसकी कमी से दांतों और हड्डियों का नुकसान हो सकता है।

मासिक धर्म दर्द : कैल्शियम की कमी वाली महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान काफी तीव्र दर्द हो सकता है, क्योंकि मांसपेशियों के काम करने में कैल्शियम अहम भूमिका निभाता है।

एम्यूनिटी में कमी : कैल्शियम सेहतमंद रोग प्रतिरोधक क्षमता बना के रखता है। कैल्शियम में कमी पैथगॉन अटैक से जूझने की क्षमता कम कर देता है।

नाड़ी की समस्याएं : कैल्शियम कमी से न्योरोलॉजिकल समस्याएं जैसे कि सिर पर दबाव की वजह से सीजर और सिरदर्द हो सकता है। इसकी कमी से डिप्रेशन, इनसोमेनिया, पर्सनैल्टिी में बदलाव और डेम्निशिया भी हो सकता है।

धड़कन : कैल्शियम दिल के बेहतर काम करने के लिए आवश्यक है और कमी होने पर हमारे दिल की धड़कन बढ़ सकती है और बेचैनी हो सकती है। कैल्शियम दिल को रक्त पंप करने में मदद करता है।

डॉ. अग्रवाल की सलाह है कि अगर आप इनमें से किसी लक्षण का सामना कर रहे हैं तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

आईये इससे बचने के कुछ आसान और घरेलु उपाए हम आपको बताते हैं जो आपको आसानी से  प्राप्त हो सकता  है :

अदरक की चाय

डेढ़ कप पानी में एक इंच अदरक का टुकड़ा पीस कर डालें और उसे उबालें. जब पानी एक कप रह जाए तो उसे चाय की तरह पियें।

तिल

रोजाना 2 चम्मच भुने हुए तिल का सेवन करें. स्वाद बदलने के लिए तिल की चिक्की और लडडू भी खा सकते हैं.

जीरे का पानी

रात भर दो गिलास पानी में जीरा भिगो कर रखें. सुबह उस पानी को उबालें जब पानी आधा रह जाये तो उसे छान कर पियें।

अंजीर और बादाम

रात भर पानी में 4 बादाम और 2 अंजीर भिगो कर रखें. सुबह इन्हें चबा कर खा लें।

रागी

हफ्ते में कम से कम दो बार रागी से बनी इडली, दलिया या चीला खाएं. इससे पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम मिलेगा।

सोयाबीन

सप्ताह में एक बार सोयाबीन की सब्जी खाएं या खाने में सोयाबीन की मात्रा बढ़ाएं।

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सुबह की धूप

रोजाना सुबह प्रातः 8 बजे से पहले करीब 10 मिनट धूप में बिताएं।

नींबू पानी

रोजाना शाम को एक गिलास नींबू पानी पियें. दिन भर में कोई एक खट्टा फल खाने से भी फायदा मिल सकता है।

स्प्राउट्स

नाश्ते या शाम के समय हलकी भूख में एक बाउल स्प्राउट्स खाएं।

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