26 अप्रैल अमावस्या को करें ये 10 उपाय, भाग्य 15000 गुना प्रबल होगा

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अमावस्या के दिन स्नान, दान, श्राद्ध व व्रत करने का विशेष महत्व होता है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन कोई भी उपाय करने से शुभ होता है। इस दिन श्राद्ध तर्पण भी करना चाहिए। जिन लोगों की मृत्यु की तिथि न या ह दो या फिर जाने-अनजाने पिंडदान या तर्पण न हुआ हो। इस दिन करना शुभ माना जाता है। साथ ही पूर्वजों का आर्शीवाद भी मिलता है। इस बार अमावस्या 26 अप्रैल, बुधवार को है।

इस दिन उन लोगों का तर्पण करने से आपके पूर्वजों की कृपा आपके ऊपर हमेशा बनी रहती है। इस दिन कोई शुभ उपाय करने से पितर अधिक प्रसन्न होते है। जिसके कारण आपके घर लक्ष्मी खुद चलकर आती है। इन उपायों में से कोई एक उपाय अपनाएं।

  1. इस दिन पितरों की कृपा पाने के लिए गाय के गोबर से बने उपले पर शुद्ध घी व गुड़ मिलाकर धूप देनी चाहिए। यदि घी व गुड़ उपलब्ध न हो तो खीर से भी धूप दे सकते हैं।
  2. इस दिन अपने पूर्वजों के नाम पर गाय, जरुरतमंद व्यक्ति और ब्राह्मण को भोजन कराना बहुत ही शुभ माना जाता है।
  3. इस दिन को पितरों के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है। इसलिए इस दिन किसी जरुरतमंद को दूध का दान दें।
  4. यदि यह भी संभव न हो तो घर में जो भी ताजा भोजन बना हो, उससे भी धूप देने से पितर प्रसन्न हो जाते हैं। धूप देने के बाद हथेली में पानी लें व अंगूठे के माध्यम से उसे धरती पर छोड़ दें। ऐसा करने से पितरों को तृप्ति का अनुभव होता है और वे हमें आशीर्वाद देते हैं।
  5. अगर आपकी कुंडली में शनि, राहु और केतु का दोष है, तो अमावस्या के दिन पीपल पर जल चढ़ाकर उसकी 7 परिक्रमा करें।
  6. आज शाम को एक गाय के घी का दीपक लगाएं। और बत्ती बनाने में रुई का इस्तेमाल न करके लाल रगं के धागे का इस्तेमाल करें और इसमें थोड़ी सी केसर डालें। फिर इसे घर के ईशान कोण में जलाएं। इससे आपके घर में सुख-समृद्धि आएगी। और महालक्ष्मी कृपा हमेशा बनी रहेगी।
  7. इस दिन किसी भूखे को भोजन कराने से अच्छा फल मिलता है। वह भूखा इंसान, पशु-पक्षी कोई भी हो सकता है। आप चाहे तो किसी तालाब में जाकर मछलियों को आटा की गोलिया खिलाएं। इससे आपको हर परेशानी से निजात मिल जाएगा।
  8. इस दिन चीटियों को चीनी मिला हुआ आटा खिलाना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से आपके पाप कर्मों का प्रायश्चित होगा साथ ही आपको हर काम में सफलता और हर इच्छा पूरी होगी।
  9. इस दिन अनाज दान करने का अधिक महत्व है।
  10. अमावस्या के दिन पीपल की पूजा विधि-विधान के साथ करें। इसके साथ ही जनेऊ भी अर्पित करें। इसके बाद भगवान विष्णु का स्मरण करते हुए इस मंत्र का जाप करें- ऊं नोम भगवते वासुदेवाय नम:।

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