जैसे जैसे इंसान की उम्र बढ़ती है वैसे-वैसे उसके शरीर में बहुत से रोग पनपने लगते हैं। यह रोग आजकल के खान-पान और सही से देखभाल न करने की वजह से होते हैं। इनमें से मुख्यतः कैल्शियम की कमी बहुत से लोगों में पाई जाती है कैल्शियम की कमी के कारण हड्डियां कमजोर होने लगती हैं।
अधिकतर अधिक आयु के लोगों को यह रोग होता है। यह कैल्शियम की कमी से होता है। इसकी कमी से यह बच्चों में भी हो सकता है क्योंकि इसकी कमी से बच्चों के हाथ-पैरों की ह़ड्डियां कमजोर हो जाती हैं। इस कारण से हल्का चोट लगने पर भी बच्चों की हड्डी टूट सकती हैं। सिर के बल गिरने से सिर में गड्ढे़ भी पड़ जाते हैं।
किसी ऊंचे स्थान से गिरना, दब जाना, टकराने से और चोट लगने से हड्डी टूट जाती है। इसे अस्थि भंग भी कहा जा सकता है। हड्डी टूट जाने पर बहुत ही तेज दर्द होता है और शरीर में भी सूजन आ जाती है।
तो आइए जानते हैं कैसे इन प्रयोगों के द्वारा हम अपनी हड्डियों को लोहे जैसा मजबूत बना सकते हैं।
बबूल
बबूल के बीजों का पाउडर शहद मिलाकर चाटने से टूटी हुई हड्डी भी जुड़ जाती है। बबूल की जड़ का 6 ग्राम चूर्ण-शहद और बकरी के दूध में मिलाकर पीने से तीन दिन में ही टूटी हुई हड्डी जुड़ जाती है।
शिलाजीत
लगभग 100 ग्राम शिलाजीत को 100 ग्राम पीपल के दूध में घोटकर मटर के बराबर गोलियां बना लें और 2-2 गोली सुबह-शाम दूध के साथ लेने से टूटी हुई हड्डी जल्दी भी जुड़ जाती है।
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अर्जुन
अर्जुन की छाल दूध के साथ दें। इसमें सूजन तथा दर्द कम करने की शक्ति निहित है। अर्जुन की छाल के बारीक चूर्ण की फंकी लेकर दूध पीने से टूटी हुई हड्डी जुड़ जाती है। चूर्ण को पानी के साथ पीसकर लेप करने से भी दर्द में आराम मिलता है।
मजीठ
मजीठ और मुलहठी को चावलों के मांड के साथ पीसकर लगाने से टूटी हुई हड्डी की सूजन और दर्द भी दूर होता है।