यह 5 चीजें खाना, खून की कमी कभी नहीं होगी

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में पौष्टिक खान-पान ना होने से शरीर को सैंकड़ों बीमारियां घेर लेती हैं। जिसके बाद व्यक्ति अस्पताल के चक्कर लगाते-लगाते परेशान हो जाता है लेकिन उसे बीमारयों से निजात नहीं मिल पाता है सबसे ज्यादा व्यक्ति शरीर में खून की कमी ज्यादा बढ़ रही है, शरीर में हीमोग्लोबिन कम होना मतलब व्यक्ति के अंदर सारा आयरन गायब हो जाना और जब शरीर में आयरन की कमी होने लगती है तो उसे ऑक्सीजन में परेशानी होने लगती है.

ऐसे में अगर आपको लगता है कि आपके शरीर में खून की कमी हो रही है तो आज से ही घरेलू नुस्खे का इस्तेमाल करना शुरू कर दें. नीचे कुछ दाने बताये जा रहे हैं जो खून बनाने के लिए मशीन की तरह काम करते हैं यकीन न हो तो खुद आजमा कर देख लें.

बादाम

बादाम में भी भरपूर मात्रा में आयरन होता है खून की कमी वाले रोगी को रोजाना बादाम का सेवन करना चाहिए. बादाम में मैग्रीशियम होता है जो आपको 163 ग्राम कैलोरी का उपभोग करने में मदद करता है.

काजू

काजू न केवल खाने में स्वाद होता है बल्कि इसमे कई पौष्टिक गुण भी होते हैं, जो हमारे शरीर में खून बनाने में सहायक होते है. इसके लिए आपको डेली करीब दस ग्राम काजू खाने चाहिए. काजू से आयरन पर्याप्त मात्रा में मिलती है. इसलिए भारत जैसे गर्म देश में इसका सेवन सीमित मात्रा में किया जाता है. क्योंकि ज्यादा काजू खाना भी शरीर के नुकसानदायक हो सकते हैं.

पिस्ता

पिस्ता भी इंसान को स्वस्थ्य रखने में मददगार साबित हुआ है. 28 ग्राम पिस्ते में 1.1 मिलीग्राम आयरन होता है और भारत में पिस्ता आसानी से मिल जाता है. पिस्ते में आयरन के साथ-साथ मैग्रीरशियम और विटामिन बी भी होता है. सूखे पिस्ते का सेवन संतुलित मात्रा में करना चाहिए.

मूंगफली

2 चम्मच पीसी मूंगफली में 0.6 मिलीग्राम आयरन होता है जो शरीर के लिए बहुत लाभकारी हैं, साथ ही मूंगफली में पोटेशियम, मैग्रीलशियम और विटामिन बी भी काफी मात्रा में होता है.

चिलगोजा

चिलगोजा शरीर में रक्त बढ़ाने में सबसे बड़ा मददगार साबित होता है. दस ग्राम चिलगोजा में करीब 0.6 मिलीग्राम आयरन होता है. इसे भूनकर भी खाया जा सकता है नहीं तो कच्चा भी खा सकते है, साथ में चिलगोजा रक्त मं हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ाने में काम करता है.

इस वेबसाइट में जो भी जानकारिया दी जा रही हैं, वो हमारे घरों में सदियों से अपनाये जाने वाले घरेल नुस्खे हैं जो हमारी दादी नानी या बड़े बुज़ुर्ग अक्सर ही इस्तेमाल किया करते थे, आज कल हम भाग दौड़ भरी ज़िंदगी में इन सब को भूल गए हैं और छोटी मोटी बीमारी के लिए बिना डॉक्टर की सलाह से तुरंत गोली खा कर अपने शरीर को खराब कर देते हैं। तो ये वेबसाइट बस उसी भूले बिसरे ज्ञान को आगे बढ़ाने के लक्षय से बनाई गयी है। आप कोई भी उपचार करने से पहले अपने डॉक्टर से या वैद से परामर्श ज़रूर कर ले। यहाँ पर हम दवाएं नहीं बता रहे, हम सिर्फ घरेलु नुस्खे बता रहे हैं। कई बार एक ही घरेलु नुस्खा दो व्यक्तियों के लिए अलग अलग परिणाम देता हैं। इसलिए अपनी प्रकृति को जानते हुए उसके बाद ही कोई प्रयोग करे। इसके लिए आप अपने वैद से या डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करे।

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