कैंसर के सैल्स को बढ़ने से रोकता है ये सुपरफूड, गठिया में भी है रामबाण

हर किसी की मन की इच्छा होती है की वह हमेशा जंवा बना रहे और कभी भी बूढा न दिखे आज हम जिस सुपरफूड के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं। वो सेहत के बहुत ही अच्छा है वो सुपर फ़ूड है राई। राई हर घर में आसानी से मिल जाता है। इसे सरसों के नाम से भी जाना जाता है। राई बहुत कामों में प्रयोग की जाती है

अचार बनाने और सब्जी में तड़का लगाने के काम में आने वाली राई, आपकी सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है। राई के छोटे-छोटे दानों में आपकी कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का हल छुपा हुआ है। अगर आप अब तक नहीं जानते, राई के अनमोल फायदे, तो इनको जरूर जानना चाहिए

राई के फायदे

गठिया रोग में रामबाण

अगर आप गठिया रोग से पीड़ित हैं तो आपको राई को अपने खाने में जरूर शामिल करें। इसमें सैलेनियम और मैग्नीशियम पाया जाता है जो कि गठिया के दर्द से निजात दिलाता है और कुछ ही दिनों में आराम मिल जायेगा

कैंसर की रोकथाम में सहायक

राई के दानों में ग्लूकोसाइनोलेट्स नाम का तत्व पाया जाता है जो कि कैंसर के सैल्स को बढ़ने से रोकता है।

घबराहट होने पर

कभी-कभी ऐसा होता है कि अचानक हमें घबराहट महसूस होने लगती है। इस समस्या से राई आपको निजात दिला सकता है। राई को लेकर पीस लें और जब भी इस प्रकार की परेशानी आपको हो उसे हाथ और पैरों के तलवे पर मलें, फायदा होगा।

जुकाम होने पर

जुकाम की समस्या होने पर राई को शहद में मिलाकर सूंघें। जुकाम से आराम मिलेगा।

बुखार होने पर

कई बार बुखार आने के साथ ही जीभ के ऊपर सफेद परत की तरह जम जाती है, और भूख व प्यास धीरे-धीरे कम होने लगती है। इस तरह का बुखार होने पर सुबह के समय 4-5 ग्राम राईं के चूर्ण को शहद के साथ लेने से कफ के कारण होने वाला यह बुखार ठीक हो जाता है और आपको इससे राहत मिलती है

आयुर्वेद हीलिंग एप्प के माध्यम से पाइए आयुर्वेद से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी, विभिन्न आयुर्वेदिक व घरेलू नुस्ख़े, योगासनों की जानकारी। आज ही एप्प इंस्टॉल करें और पाएं स्वस्थ और सुखी जीवन। सबसे अच्छी बात ये है कि ऑफलाइन मोड का भी फीचर है मतलब एक बार अपने ये एप्प इनस्टॉल कर ली तो अगर आपका नेट पैक खत्म 🤣 भी हो जाता है तो भी आप हमारे घरेलू नुस्खे देख सकते है तो फिर देर किस बात की आज ही इनस्टॉल करे । नीचे दिए गए लाल रंग के लिंक में क्लिक करे और हमारी एप्प डाउनलोड करे
http://bit.ly/ayurvedhealing

कुष्ठ रोग में लाभदायक

कुष्ठ रोग हो जाने पर पिसा हुआ राई का आटा 8 गुना गाय के पुराने घी में मिलाकर प्रभावित स्थान पर कुछ दिनों तक लेप करने से रोग ठीक होने लगता है

चेहरे को सुंदर बनाने के लिए

राई नेचुरल स्क्रब का भी काम करता है। राई को पीसकर इसमें गुलाबजल मिला लें। इसको रोजाना चेहरे पर उबटन की तरह लगाने से आपके चेहरे कि डेड स्किन निकल जाएगी।

माइग्रेन में लाभदायक

माइग्रेन के दर्द से भी राई आपको बचा सकता है। अगर आप मछली खाते हैं तो उसे राई के तड़के से पकाएं। ऐसा करने से इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड उत्पन्न होता है जो माइग्रेन के दर्द से निजात दिलाता है।

एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है राई

राई में फ्लैनेवॉयड और कैरेटिनॉयड पाए जाते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट का काम करते हैं तो त्वचा को जल्दी बूढ़ा होने से बचाता है।

बालों के लिए राई

अगर आपको बालों से जुड़ी समस्याएं जैसे डैंड्रफ और बालों का झड़ना से परेशान है तो राई को घोलकर उसका पतला लेप बनाकर बालों पर लगाएं इस प्रयोग से आपको कुछ ही दिनों में राहत मिल जाएगी

इस वेबसाइट में जो भी जानकारिया दी जा रही हैं, वो हमारे घरों में सदियों से अपनाये जाने वाले घरेल नुस्खे हैं जो हमारी दादी नानी या बड़े बुज़ुर्ग अक्सर ही इस्तेमाल किया करते थे, आज कल हम भाग दौड़ भरी ज़िंदगी में इन सब को भूल गए हैं और छोटी मोटी बीमारी के लिए बिना डॉक्टर की सलाह से तुरंत गोली खा कर अपने शरीर को खराब कर देते हैं। तो ये वेबसाइट बस उसी भूले बिसरे ज्ञान को आगे बढ़ाने के लक्षय से बनाई गयी है। आप कोई भी उपचार करने से पहले अपने डॉक्टर से या वैद से परामर्श ज़रूर कर ले। यहाँ पर हम दवाएं नहीं बता रहे, हम सिर्फ घरेलु नुस्खे बता रहे हैं। कई बार एक ही घरेलु नुस्खा दो व्यक्तियों के लिए अलग अलग परिणाम देता हैं। इसलिए अपनी प्रकृति को जानते हुए उसके बाद ही कोई प्रयोग करे। इसके लिए आप अपने वैद से या डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करे।

Leave a Reply