अंडरआर्म के बाल हटाने के घरेलु नुस्खे

चरण 1

निचे दी हुई सामग्री एक बर्तन में मिला लें
• चीनी ठीक दो कप
• पानी एक चौथाई कप
• शहद एक चौथाई कप
• ताजे निम्बु का रस एक चौथाई कप

चरण 2

धीमी आंच पर इस मिश्रण को आधे घंटे तक उबालें | मिश्रण रंग में गहरे भूरे रंग का हो जाएगा । कैंडी थर्मामीटर में यह २४६ डिग्री का तापमान दिखायेगा | अब बर्तन को आंच से निकालकर ठंडा करने के लिए छोड़ दें । For More

चरण 3

अंडरआर्म की सफाई – अब आप अपने दोनों काँखों को धो लें | कोई पसीना न रहें इतना साफ करना चाहिए। बाद में इन्हें थपथपाकर सुखाएं। अब काँखों में बेबी पाउडर लगायें । बेबी पाउडर शरीर से अतिरिक्त तेल को हटाता है |

चरण 4

मिश्रण ठंडा होने पर पिघले मोम की तरह बन जाता है | यह मिश्रण एक चम्मच से या अपने हाथों से काँखों के उन हिस्सों पर लगाकर फैलाएं जहाँ से आपको बालों को निकलना है | यदि आप पहली बार के लिए यह कर रहे हैं, तो आप अपने हाथ पर जहाँ बाल हैं वहां छोटे से क्षेत्र में इसे लगा कर देखें | अगर आपकी त्वचा पर एलर्जी की प्रतिक्रिया नहीं होती तब आप इसे आत्मविश्वास से आपके काँखों में लगा सकते हैं ।

चरण 5

इस मोम को सुखकर कठिन होने के लिए छोड़ दीजिये | दूसरे हाथ का उपयोग करके इस मिश्रण को निकालें । अपने हाथ को इस प्रकार तान लीजिये की आपके काँख में कोई शिकन न पैदा हो| ध्यान रखें की आपको मोम त्वरित गति से खिंचना होगा ।

चरण 6

सभी अवांछित बालों को बाहर खीचने के बाद यदि काँख में मोम के अवशेष रह जाए तो उन्हें गुनगुने पानी और साबुन से साफ़ करना महत्वपूर्ण है। उस जगह से मोम हटाने के बाद हल्का मॉइस्चराइजर लगायें।यह आपकी त्वचा को नरम और चिकनी रखेगा।
यह प्राकृतिक मोम किसी ठंडी जगह में संग्रहित किया जाना चाहिए। फ्रिज में रखने पर यह अच्छी स्थिति में रहेगा। ऐसा करने से आपको जब अपने हाथो से या पैरों से या काँखों से बाल निकलने हो तब तुरंत इसे इस्तमाल किया जा सकता है।

आयुर्वेद हीलिंग एप्प के माध्यम से पाइए आयुर्वेद से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी, विभिन्न आयुर्वेदिक व घरेलू नुस्ख़े, योगासनों की जानकारी। आज ही एप्प इंस्टॉल करें और पाएं स्वस्थ और सुखी जीवन। सबसे अच्छी बात ये है कि ऑफलाइन मोड का भी फीचर है मतलब एक बार अपने ये एप्प इनस्टॉल कर ली तो अगर आपका नेट पैक खत्म 🤣 भी हो जाता है तो भी आप हमारे घरेलू नुस्खे देख सकते है तो फिर देर किस बात की आज ही इनस्टॉल करे । नीचे दिए गए लाल रंग के लिंक में क्लिक करे और हमारी एप्प डाउनलोड करे
http://bit.ly/ayurvedhealing

अंडरआर्म/काँख के बाल के लिए पका पपीता

अनचाहे बालों से छुटकारा, पका पपीता अनचाहे बालों (unwanted hair) को जड़ से निकालने की एक बेहतरीन औषधि है। पके पपीते में मौजूद कार्यशील एंजाइम जिसे पपैन कहते हैं, बालों को तोड़ने का काफी अच्छा कारक है। यह ना सिर्फ अनचाहे बालों(unwanted hair) को हटाता है, बल्कि उन्हें दोबारा उगने से भी रोकता है। इसके लिए 1 से 2 चम्मच पके पपीते का पेस्ट तथा आधा चम्मच हल्दी का पाउडर लें। अब इन दोनों उत्पादों को एक पात्र में मिलाएं तथा मालिश करते हुए अनचाहे बालों(unwanted underarm hair) के ऊपर लगाएं। 15 मिनट तक इसी प्रकार मालिश करते रहे। इसके बाद इसे पानी से धोकर फर्क देखें। इससे आप आसानी से बाल हटा सकते हैं तथा त्वचा की रंगत भी निखार सकते हैं। इसके लिए इसे हफ्ते में 2 बार प्रयोग करें।

अंडरआर्म के बाल के लिए चने के आटे का मास्क 

अनचाहे बालों से छुटकारा, भारत के लोग स्वादिष्ट भोजन बनाने के लिए चने के आटे का प्रयोग करते रहे हैं। अब यह बेहतरीन उत्पाद आपकी कांख के बाल निकालने के भी काम आ सकता है। इस लेप को बनाने के लिए आधी कटोरी चने का आटा, 1 चम्मच हल्दी, आधा कटोरी दूध और 1 चम्मच ताज़ी मलाई लें। इन सबको एक पात्र में मिलाएं तथा इनका एक महीन मिश्रण बनाएं। अब इसे अपनी कांख के नीचे बाल बढ़ने की दिशा में लगाएं। ध्यान रखें कि यह मिश्रण कांख के सारे बालों (underarm hair) में लगे। अब इसे आधे घंटे तक छोड़ दें और फिर विपरीत दिशा में मिश्रण को रगड़ें। हाथ से इस मिश्रण को निकालने के बाद इसे गर्म पानी से धो लें।

इस वेबसाइट में जो भी जानकारिया दी जा रही हैं, वो हमारे घरों में सदियों से अपनाये जाने वाले घरेल नुस्खे हैं जो हमारी दादी नानी या बड़े बुज़ुर्ग अक्सर ही इस्तेमाल किया करते थे, आज कल हम भाग दौड़ भरी ज़िंदगी में इन सब को भूल गए हैं और छोटी मोटी बीमारी के लिए बिना डॉक्टर की सलाह से तुरंत गोली खा कर अपने शरीर को खराब कर देते हैं। तो ये वेबसाइट बस उसी भूले बिसरे ज्ञान को आगे बढ़ाने के लक्षय से बनाई गयी है। आप कोई भी उपचार करने से पहले अपने डॉक्टर से या वैद से परामर्श ज़रूर कर ले। यहाँ पर हम दवाएं नहीं बता रहे, हम सिर्फ घरेलु नुस्खे बता रहे हैं। कई बार एक ही घरेलु नुस्खा दो व्यक्तियों के लिए अलग अलग परिणाम देता हैं। इसलिए अपनी प्रकृति को जानते हुए उसके बाद ही कोई प्रयोग करे। इसके लिए आप अपने वैद से या डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करे।

Leave a Reply