किशमिश खाने के फायदे हिंदी में: जब अंगूर को सुखाया जाता है तब उसे किशमिश कहते हैं। अंगूर में जितने गुण पाये जाते है उतने ही किशमिश में भी पाये जाते है| किशमिश को सूखे मेवे का राजा कहा जाता है। यह शरीर को एनर्जी देने के लिए सबसे अच्छा स्नैक्स है| इस मीठी और चिपचिपी बनावट वाली किशमिश का उपयोग दुनिया भर के सभी सांस्कृतिक खाने में होता है|
किशमिश के नियमित सेवन से खून बनता है, वायु दोष दूर होता है, पित्त दूर होता है, कफ दूर होता, और यह हृदय के लिये बड़ी हितकारी तथा हार्ट अटैक को दूर रखने में मदद करती है| किशमिश में आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम और फाइबर की भरपूर मात्रा पायी जाती है|
इस मीठे सेहत के खजाने में सिर्फ अंगूर ही नहीं बल्कि दूध के भी लगभग सभी तत्व पाये जाते हैं। चिकित्सको का कहना है कि किशमिश को दूध के अभाव में प्रयोग में लाया जा सकता है, क्योंकि किशमिश दूध की तुलना में जल्दी पच जाती है। वृद्धावस्था के दौरान इसका सेवन करने से न केवल बीमारियों से शरीर की रक्षा होती है अपितु यह उम्र वृद्धि में भी सहायक है।
आयुर्वेद के अनुसार, किशमिश में मौजूद शर्करा शरीर में आसानी से पच जाती है| नतीजनत् शरीर को शक्ति और स्फूर्ति प्राप्त होती है। जब कभी भी बहुत ज्यादा परिश्रम, या किसी बड़ी बीमारी के पश्चात् जब हमारे शरीर की शक्ति क्षीण हो जाती है, तब खोई हुई ऊर्जा को वापिस हासिल करने के लिए किशमिश शरीर हेतु संजीवनी की तरह काम करती है|
किशमिश खाने के फायदे – kismis benefits in hindi
कैंसररोधी
कैंसर कोशिकाओं के विकास के लिए फ्री रेडिकल्स सबसे प्रमुख कारणों में से एक है| इसके अलावा यह मेटास्टेसिस को भी प्रोत्साहित करते हैं। किशमिश में उच्च स्तर में काट्चिंस तत्व होता है यह तत्व रक्त में पॉलीफेनोलिक एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। एंटीऑक्सीडेंट शरीर के आस-पास रहने वाले फ्री रेडिकल्स को शरीर से बाहर निकालता है।
कब्ज
जब किशमिश को खाई जाती है तो यह पेट में जा कर पानी को सोख लेती हैं। जिस वजह से यह फूल जाती है और कब्ज में राहत दिलाती है।
आंखों के लिये
इसमें एंटी ऑक्सीडेंट प्रोपर्टी पाई जाती है, जो कि आंखों की फ्री रैडिकल्स से लड़ने में मदद करता है। किशमिश खाने से कैटरैक, उम्र बढने की वजह से आंखों की कमजोरी, मसल्स डैमेज आदि नहीं होता। इसमें विटामिन ए, ए-बीटा कैरोटीन और ए-कैरोटीनॉइड आदि होता है, जो कि आंखों के लिये अच्छा होता है।
कोलेस्ट्रोल घटाए
बहुत कम लोग यह बात जानते है कि किशमिश पूरी तरह से कोलेस्ट्रॉल मुक्त होता है। किशमिश में घुलनशील फाइबर बहुत अधिक मात्रा में होता है। यह घुलनशील फाइबर बुरे कोलेस्ट्रॉल का विरोध करता है| इसके अलावा किशमिश पोलीफेनोल्स एंजाइम को भी दबाता है जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल को अवशोषित के लिए जिम्मेदार होता है।
वजन बढाए
हर मेवे की तरह किशमिश भी वजन बढाने में मददगार साबित होती है क्योंकि इसमें फ्रकटोज़ और ग्लूकोज़ पाया जाता है जिससे एनर्जी मिलती है। अगर आपको भी अपना वजन बढाना है और वो भी कोलेस्ट्रॉल बढाए बिना तो आज से ही किशमिश खाना शुरु कर दें।
अम्लरक्तता
जब खून में एसिड बढ जाता है तो यह परेशानी पैदा हो जाती है। इसकी वजह से स्किन डिज़ीज, फोडे़, गठिया, गाउट, गुर्दे की पथरी, बाल झड़ने, हृदय रोग, ट्यूमर और यहां तक कि कैंसर होने की संभावना पैदा हो जाती है। किशमिश में अच्छी मात्रा में पोटैशियम और मैगनीशियम पाया जाता है जिसको खाने से अम्लरक्तता की परेशानी दूर हो जाती है।
एनीमिया
किशमिश में भारी मात्रा में आयरन होता है जो कि सीधे एनीमिया से लड़ने की शक्ति रखता है। खून को बनाने के लिये विटामिन बी कॉमप्लेक्स की जरुरत को भी यही किशमिश पूरी करती है। कॉपर भी खून में लाल रक्त कोशिका को बनाने का काम करता है।
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शराब के नशे से छुटकारा
शराब पीने की इच्छा हो तब शराब की जगह 10 से 12 ग्राम किशमिश चबा-चबाकर खाते रहें या किशमिश का शरबत पियें। शराब पीने से ज्ञानतंतु सुस्त हो जाते हैं परंतु किशमिश के सेवन से शीघ्र ही पोषण मिलने से मनुष्य उत्साह, शक्ति और प्रसन्नता का अनुभव करने लगता है। यह प्रयोग प्रयत्नपूर्वक करते रहने से कुछ ही दिनों में शराब छूट जायेगी।
यौ*न दुर्बलता
इस समस्या के लिये रोजाना किशमिश खाएं क्योंकि यह कामेच्छा को प्रोत्साहित करती है। इसमें मौजूद अमीनो एसिड, यौ*न दुर्बलता को दूर करता है। इसीलिये तो शादी-शुदा जोडों को पहली रात दूध का गिलास दिया जाता है जिसमें किशमिश और केसर होता है।
बुखार
किशमिश में मौजूद फिनॉलिक पायथोन्यूट्रियंट जो कि जर्मीसाइडल, एंटी बॉयटिक और एंटी ऑक्सीडेंट तत्वों की वजह से जाने जाते हैं, बैक्टीरियल इंफेक्शन तथा वाइरल से लड़ कर बुखार को जल्द ठीक कर देते हैं।
हड्डी की मजबूती
किशमिश में बोरोन नामक माइक्रो न्यूट्रियंट पाया जाता है जो कि हड्डी को कैल्शियम सोखने में मदद करता है। बोरोन की वजह से ऑस्टियोप्रोसिस से बडी़ राहत मिलती है साथ ही किशमिश खाने से घुटनों की भी समस्या नहीं पैदा होती।