घर में लगाएं ये चार पौधे और पाएं गृह दोष और बहुत सी बीमारियों से छुटकारा

पेड़-पौधे हमारे आस-पास उतने ही जरूरी है जितनी और चीजें। ये पौधे न सिर्फ ऑक्सीजन का उत्सर्जन करते हैं बल्कि हमें कई बीमारियों से निजात भी दिलाते हैं। आयुर्वेद में कुछ पेड़-पौधे ऐसे बताए गए हैं जो ऑक्सीजन देने के साथ रोगों से बचाने और व्यक्ति को खुश रखने में भी मददगार हैं। इन पौधों को घर में लगाने से जहां वास्तु दोष तथा बुरे ग्रहों का असर दूर होता हैं वहीं आपको स्वस्थ भी रखती है।

तुलसी

खांसी, जुकाम, निमोनिया, कब्ज, बच्चों में पसलियां चलने, बुखार, अस्थमा, पेट से जुड़े रोगों में यह खासतौर पर उपयोगी है। घर के उत्तरी-पूर्वी कोने में रखने से घर का वास्तु दोष भी दूर होता है। तुलसी की पत्तियों को उबालकर काढ़ा बनाएं, इसमें चुटकीभर सेंधा नमक डालकर पीएं। सांस संबंधी रोग में शहद, अदरक व तुलसी को मिलाकर बनाया गया काढ़ा पीने से राहत मिलती है।

मीठा नीम

कढ़ी पत्ता यानी मीठा नीम हाई बीपी, पेचिस, अतिसार, नेत्र रोग आदि में फायदा पहुंचाती है। नीम के पौधे को सींचने से शनि के दोष की वजह से आ रही समस्याएं दूर होती हैं। इसे भोजन में डालकर या रोजाना सुबह 7-8 पत्तियां ले सकते हैं। दस्त होने पर इसकी पत्तियों को पानी में उबालें व गुनगुना होने पर पीएं।

गिलोय

इस पौधे का प्रयोग इम्यूनिटी बढ़ाने, पीलिया, पैरों में जलन, मौसमी रोगों और एनीमिया में किया जाता है। इससे शनि तथा राहू की शांति होती है। कुछ पत्ते घी और शहद के साथ मिलाकर लेने से खून की कमी दूर होती है। इसकी पत्तियों को उबालकर भी पी सकते हैं। पैरों में जलन होने पर पत्तियों के पेस्ट को सुबह-शाम तलवों पर लगाएं।

एलोवेरा (घृतकुमारी)

इनकी पत्तियों में मौजूद जैल शरीर से विषैले तत्त्वों को बाहर निकालकर रोगों से बचाता है। साथ ही त्वचा की झुर्रियों को दूर कर बालों को स्वस्थ रखने और वजन घटाने में कारगर है। पत्तियों के ताजे जेल में थोड़ा शहद, गुलाब जल मिलाकर चेहरे पर लगाएं और 20 मिनट बाद धो लें।

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