होली से पहले की रात किसी को बिना बताये ऐसे जलाये दीपक, साल भर ढेर सारा धन रहेगा आपके घर

अग्नि का प्राचीनकाल से ही हर धर्म में महत्व है। अग्नि को प्रत्यक्ष देवतास्वरूप माना गया है। प्राचीन वैदिक धर्म में अग्नि का अत्यधिक महत्व है। अग्नि का प्रज्वलन देवता की उपस्थिति का प्रतीक माना जाता है और इसीलिए हिन्दू धर्म में किसी भी शुभ कार्य से पहले दीपक प्रज्वलित किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन दियों को इन दीपकों को जलाने की भी एक विधि है। अगर सही दिशा में दीपक की लौ न जलाई जाये तो इसका नकारात्मक प्रभाव भी हो सकता है। आइये जानते हैं इसके फायदे व नुक्सान के बारे में।

कौनसी दिशा में दीपक लौ होती है शुभ?

दीपक सिर्फ दिवाली पर ही नहीं जलाये जाते बल्कि पूजा अर्चना सहित हर मांगलिक कार्यक्रम में दीपक जलाया जाता है। दीपक की लौ सिर्फ रोशनी की प्रतीक नहीं है बल्कि वह अज्ञानता के अंधकार को हटाकर ज्ञान के प्रकाश से जीवन को रोशन करने की प्रतीक है। दरिद्रता के तिमिर का नाश कर खुशियों से जीवन को जगमगा देने की प्रतीक है। नकारात्मकता से चौंधियाये अंधेरे मन में सकारात्मकता के प्रकाश की किरणों की प्रतीक है। इसलिये उसके सही दिशा में होने से ही शुभ फल प्राप्त होते हैं।

आयु वृद्धि के लिये पूर्व दिशा में जलायें दीपक

दीपक की लौ किस दिशा में होनी चाहिये इसके लिये वैसे तो वास्तु शास्त्र में काफी सारे नियम हैं लेकिन यह इस पर भी निर्भर करता है कि आप किस देवता की पूजा कर रहे हैं और उसका वास कौनसी दिशा में है। पूर्व दिशा के बारे में सभी जानते हैं। सूर्योदय के पहली किरण के साथ ही नई आशाओं और उम्मीदों की किरणें भी फूटती हैं। पूर्व दिशा में यदि दीपक की लौ रखें तो इससे आयु में वृद्धि होती है।

धन लाभ के लिये दिये की लौ हो उत्तर में

यदि आप अपने व्यवसाय में लाभ, वेतन में वृद्धि आदि धन लाभ की मनोकामना के लिये दीपक जला रहे हैं तो ध्यान रहे इसकी लौ उत्तर दिशा हो। उत्तर दिशा में दिये की लौ रखना धन वृद्धि के लिये लाभकारी माना जाता है।

पश्चिम और दक्षिण दिशा में दिये की लौ अशुभ

पूर्व और उत्तर दिशा में जहां दिये की लौ आयु और धन में वृद्धि की मनोकामना पूरी करने वाली होती है तो वहीं पश्चिम और दक्षिण में दिये की लौ होना अशुभ भी माना जाता है। पश्चिम दिशा में दिये की लौ दुख:दायी होती है और आपको कष्ट सहने पर मजबूर होना पड़ सकता है। लेकिन दक्षिण में दिये की लौ रखना और भी घातक हो सकता है। इससे व्यक्ति या परिवार को बड़ी हानि उठानी पड़ सकती है यह हानि जान-माल किसी भी भी रूप में हो सकती है।

इस वेबसाइट में जो भी जानकारिया दी जा रही हैं, वो हमारे घरों में सदियों से अपनाये जाने वाले घरेल नुस्खे हैं जो हमारी दादी नानी या बड़े बुज़ुर्ग अक्सर ही इस्तेमाल किया करते थे, आज कल हम भाग दौड़ भरी ज़िंदगी में इन सब को भूल गए हैं और छोटी मोटी बीमारी के लिए बिना डॉक्टर की सलाह से तुरंत गोली खा कर अपने शरीर को खराब कर देते हैं। तो ये वेबसाइट बस उसी भूले बिसरे ज्ञान को आगे बढ़ाने के लक्षय से बनाई गयी है। आप कोई भी उपचार करने से पहले अपने डॉक्टर से या वैद से परामर्श ज़रूर कर ले। यहाँ पर हम दवाएं नहीं बता रहे, हम सिर्फ घरेलु नुस्खे बता रहे हैं। कई बार एक ही घरेलु नुस्खा दो व्यक्तियों के लिए अलग अलग परिणाम देता हैं। इसलिए अपनी प्रकृति को जानते हुए उसके बाद ही कोई प्रयोग करे। इसके लिए आप अपने वैद से या डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करे।

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