लगातार छींक आने के घरेलू उपचार

वैसे तो दो या तीन छींक आना सामान्‍य है, लेकिन अगर आपको एक साथ कई छींके, रोजाना और इतनी आती है कि आप परेशान हो जाते हैं तो आपको इस ओर ध्यान देने की जरूरत है।

छींकना भले ही आपको परेशान करता हो लेकिन वास्तव में यह कई तरह की एलर्जी से बचाने की प्राकृतिक प्रक्रिया है। छींकने की प्रक्रिया एक सुरक्षा तंत्र की तरह काम करती है क्योंकि इससे शरीर में मौजूद कई हानिकारक एलर्जेंस बाहर निकल जाते हैं। छींक आने के कई कारण हो सकते हैं जैसे- धुआं, धूल-मिट्टी, सब्जी का तेज छौंक या किसी चीज की तेज गंध। इसके अलावा ठंड के मौसम में, नमी या तापमान में गिरावट, किसी खाने से एलर्जी या किसी दवा से रिएक्शन से भी एलर्जी होती है। हालांकि दो या तीन छींक आना सामान्य है, लेकिन अगर आपको एक साथ कई छींके, रोजाना और इतनी आती है कि आप परेशान हो जाते हैं तो आपको इस ओर ध्यान देने की जरूरत है। छींकने की समस्या से निजात दिलाने के लिए हम आपको कुछ घरेलू उपाय बताने जा रहे हैं जिससे आपको छींकने से राहत मिलेगी।

काली मिर्च

छींक को रोकने में आप काली मिर्च का भी प्रयोग कर सकते हैं। गुनगुने पानी में आधा चम्मच काली मिर्च डालकर यह मिश्रण दिन में दो से तीन बार पीएं। काली मिर्च का पाउडर डालकर गरारे भी किए जा सकते हैं। इससे आप बैक्टीरिया से छुटकारा पा सकत हैं। इसके अलावा सूप और सलाद आदि में भी काली मिर्च डालकर इस्तेमाल कर सकते है।

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कैमोमाइल चाय

एलर्जी की समस्या के कारण होने वाली छींक की समस्या को भगाने के लिये कैमोमाइल चाय बहुत अच्‍छे से काम करती है। अपने एंटीहिस्टामाइन गुण के कारण यह छींक की समस्या को दूर करने में मदद करती है। समस्‍या होने पर उबलते हुये पानी में, एक चम्मच कैमोमाइल के सूखे फूल को मिलाकर कुछ देर तक उबलनें दें और फिर इसमें एक चम्मच गाढ़ा शहद मिला दें। इसके बाद पानी निकालकर दिन में दो बार इसे पियें।

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अदरक

छींकने और विभिन्न तरह के वायरल और नाक की अन्य समस्याओं को रोकने के लिये अदरक पीढ़ियों से प्रयोग की जाने वाली प्रभावी दवा है। एक कप पानी में थोडा़ सा अदरक डालकर उबालें। इसे गुनगुना रहने पर शहद मिलकार पीएं। इसके अलावा कच्चा अदरक या अदरक की चाय भी पी जा सकती है।

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सौंफ की चाय

छींकने से राहत देने के साथ ही अदरक कई सांस संबंधी संक्रमण से लड़ने की क्षमता रखती है। सौंफ में भी कई एंटीबायोटिक और एंटीवायरल गुण होते हैं। समस्‍या होने पर एक कप पानी में दो चम्मच सौंफ को कुचलकर उबालें। तकरीबन दस मिनट पानी को कवर करके रख दें और उसके बाद छानकर इस चाय को दिन में दो बार पीएं।

सौंफ की चाय

पेपरमिंट ऑयल

छींक की समस्‍या से बचने के लिए पेपरमिंट ऑयल बहुत ही बढि़या उपाय है। पेपरमिंट ऑयल में एंटी-बैक्‍टीरियल गुण मौजूद होते है। समस्‍या होने पर किसी बड़े बर्तन में पानी को उबालकर उसमें पेपरमिंट तेल की 5 बूंदें डालें। एक तौलिये से सिर को ढक कर इस पानी की भाप लें। इस उपाय से आपको छींक आने से राहत मिलेगी।peppermint-oil

इस वेबसाइट में जो भी जानकारिया दी जा रही हैं, वो हमारे घरों में सदियों से अपनाये जाने वाले घरेल नुस्खे हैं जो हमारी दादी नानी या बड़े बुज़ुर्ग अक्सर ही इस्तेमाल किया करते थे, आज कल हम भाग दौड़ भरी ज़िंदगी में इन सब को भूल गए हैं और छोटी मोटी बीमारी के लिए बिना डॉक्टर की सलाह से तुरंत गोली खा कर अपने शरीर को खराब कर देते हैं। तो ये वेबसाइट बस उसी भूले बिसरे ज्ञान को आगे बढ़ाने के लक्षय से बनाई गयी है। आप कोई भी उपचार करने से पहले अपने डॉक्टर से या वैद से परामर्श ज़रूर कर ले। यहाँ पर हम दवाएं नहीं बता रहे, हम सिर्फ घरेलु नुस्खे बता रहे हैं। कई बार एक ही घरेलु नुस्खा दो व्यक्तियों के लिए अलग अलग परिणाम देता हैं। इसलिए अपनी प्रकृति को जानते हुए उसके बाद ही कोई प्रयोग करे। इसके लिए आप अपने वैद से या डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करे।

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