जानिए केसर सौंदर्य से लेकर और किन चीजों में फायदेमंद है|

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केसर के रेशों को आमतौर पर डिप्रेशन की हालत में इस्‍तेमाल किया जाता हे ताकि व्‍यक्ति को जल्‍द से जल्‍द आराम मिल जाये। आयुर्वेदिक दवाओं में केसर को अह्म स्‍थान दिया गया है। चरक और सुश्रुत संहिता में केसर के उपयोग का उल्‍लेख मिलता है।

इसे एक प्रकार की जादुई जड़ी-बूटी माना जाता है जो लोगों के स्‍वास्‍थ्‍य के लिए वरदान है। कई लोग इसे जफ़रान भी कहते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, यह हर्ब, कुंकुम नाम से जानी जाती है जो वर्णनया गण के अंतर्गत आती है।

इसका उपयोग विभिन्‍न व्‍यंजनों और मिठाईयों में किया जाता है। केसरिया रंग का केसर गर्म पानी में डालने पर गहरे पीले रंग का हो जाता है। इसमें मौजूद उष्णवीर्य, उत्तेजक, पाचक, वात-कफ नाशक गुणों के कारण इसका उपयोग कई बीम‍ारियों में किया जाता है। साथ ही यह उत्तेजक, यौनशक्ति वर्धक, त्रिदोष नाशक, वातशूल शमन करने वाला भी होता है।

केसर के फायदे-

भूख बढाने वाला

केसर के सेवन से भूख खुलकर लगने लगती है। अगर कोई व्‍यक्ति कम भोजन करता है या उसे भूख नहीं लगती है तो केसर का इस्‍तेमाल भोजन बनाने में करने से लाभ मिलता है। इससे पाचन क्रिया भी दुरूस्‍त रहती है।

त्‍वचा के दाग-धब्‍बे दूर करें

केसर के सेवन से चेहरे के दाग-धब्‍बे दूर हो जाते हैं। अगर आंखों के नीचे काले गड्डे हो गए हैं तो वे भी ठीक हो जाते हैं। साथ चेहरे पर दमक आ जाती है।

पाचन क्रिया दुरुस्‍त रखें

पेट संबंधित बीमारियों के इलाज में केसर बहुत फायदेमंद होता है। बदहजमी, पेट-दर्द, पेट में मरोड़, गैस, एसिडिटी आदि हाजमे से संबंधित शिकायतों से राहत दिलाने में काफी मदद करता है। यह हमारी पाचन क्रिया को भी दुरुस्‍त रखता है।

नवजात के लिए अमृत

अक्‍सर नवजात को सर्दी-जुकाम की समस्‍या घेर लेती है। इस समस्‍या से नवजात को बचाने के लिए मां के दूध में केसर मिलाकर उसके नाक और माथे पर मलने से लाभ होता है। या केसर, जायफल और लौंग का लेप बनाकर नवजात की छाती और पीठ पर लगाने से फायदा होता है। सर्दी का प्रकोप कम होता है और उसे आराम मिलता है।

दमकती त्‍वचा

केसर के सेवन या त्‍वचा पर इस्‍तेमाल से त्‍वचा की दमक में काफी वृद्धि हो जाती है। शहद के साथ केसर को मिलाएं और उस लेप को चेहरे पर लगा लें, इससे स्‍कीन में ग्‍लो आ जाता है।

बालों को झड़ने से रोके

केसर के इस्‍तेमाल से बालों को झड़ने से रोका जा सकता है। एक कटोरे में एक चुटकी केसर, लिकोरिक पाउडर और दूध को अच्‍छे से मिला लें और इसे बालों पर लगाएं। बाद में धो लें। बालों का झड़ना बंद हो जाएा।

पेप्टिक अल्‍सर का इलाज करे

पेट में अल्‍सर या पेप्टिक अल्‍सर की समस्‍या होेने पर केसर का सेवन, रोगी को सही कर देता है। इसे दूध में मिलाकर पीने से अल्‍सर की समस्‍या से आराम मिल जाता है।

सीने में जलन

अगर किसी को सीने में जलन की समस्‍या होती है तो उसे केसर का सेवन लाभ पहुँचा सकता है।

कैंसर के खतरे से बचाये

केसर के सेवन से कैंसर होने का खतरा काफी कम हो जाता है। बच्‍चों के दांतों में दर्द होने पर भी केसर को पीसकर लगाने से आराम मिलता है। इस तरह केसर के कई लाभ होते हैं जिनका आयुर्वेद में उल्‍लेख किया गया है।

गंजापन दूर करें

गंजे लोगों के लिये तो केसर संजीवनी बूटी की तरह काम करती है। जिनके बाल बीच से उड़ जाते हैं, वह थोड़ी सी मुलेठी को दूध में पीस कर उसमें चुटकी भर केसर डाल कर पेस्ट बना लें। सोते समय सिर में लगाने से गंजेपन की समस्या दूर होती है। रूसी की समस्या हो या फिर बाल झड़ रहे हों, सभी समस्‍याओं में यह नुस्‍खा काम आता है।

बुखार में उपयोगी

केसर में ‘क्रोसिन’ नाम का तत्‍व पाया जाता है, जो वैज्ञानिक रूप से बुखार को दूर करने में उपयोगी माना जाता है। इसके साथ ही यह एकाग्रता, स्‍मरण शक्ति और रिकॉल क्षमता को भी बढ़ाने का काम करता है।

याद्दाश्‍त मजबूत करे

केसर से सेवन से मेमोरी स्‍ट्रांग हो जाती है। कमजोर याद्दाश्‍त अच्‍छी हो जाती है। सीखने की प्रक्रिया में भी केसर का सेवन लाभप्रद होता है।

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आंखों की परेशानी में लाभकारी

आंखों की परेशानी को दूर करने में भी मददगार होता है केसर। एक हालिया शोध में यह बात सामने आयी है‍ कि जिस प्रतिभागी ने केसर का सेवन किया उसकी नजरें बेहतर रहीं। यह मोतियाबिंद को दूर करता है।

अनिद्रा दूर करें

अनिद्रा की शिकायत को दूर करने में भी केसर काफी उपयोगी होता है। इसके साथ ही यह अवसाद को भी दूर करने में मदद करता है। रात को सोने से पहले दूध में केसर डालकर पीने से अनिद्रा की शिकायत दूर होती है।

त्‍वचा को टोन करें

केसर से नेचुरल टोनर बनाएं और उसे ही स्‍कीन पर टोनर की तरह इस्‍तेमाल करें। इससे धूल और गंदगी साफ हो जाएगी और मृत त्‍वचा भी निकल जाएगी।

श्‍वास सम्‍बंधी समस्‍या को दूर करे

केसर के सेवन से श्‍वास सम्‍बंधी समस्‍या से छुटकारा मिल जाता है। अस्‍थमा होने पर केसर का सेवन अवश्‍य करना चाहिए, इससे काफी राहत मिलती है। गर्म दूध में केसर को मिलाकर पीने से शरीर का स्‍वास्‍थ्‍य बढ़ जाता है। नाक में बहुत ज्‍यादा कफ भरा होने पर भी केसर के सेवन से आराम मिलता है।

सिर दर्द से राहत

सिर दर्द को दूर करने के लिए केसर का उपयोग किया जा सकता है। सिर दर्द होने पर चंदन और केसर को मिलाकर सिर पर इसका लेप लगाने से सिर दर्द में राहत मिलती है।

बेहतर सेक्‍स लाइफ

आपने अक्‍सर फिल्‍मों या सोप ओपेरा में देखा होगा कि सुहागरात के दिन दूध में केसर डालकर दुल्‍हे को पिलाया जाता है। ऐसा इसलिए क्‍योंकि केसर में कई शक्तिवर्धक गुण होते हैं जो शरीर को ताकत प्रदान करते हैं। इसके सेवन से स्‍पर्म की संख्‍या में वृद्धि होती है, पसीना कम होता है और अवसाद भी नहीं रहता है।

किडनी स्‍टोन के उपचार में लाभप्रद

केसर के इस्‍तेमाल से किडनी में होने वाली पथरी का इलाज संभव है। यह रक्‍त परिसंचरण को दुरूस्‍त बनाये रखता है और पेट दर्द में भी राहत मिलती है।

दाने दूर करें

केसर के इस्‍तेमाल से चेहरे पर होने वाले पस भरे दानेकील-मुहांसे भी ठीक हो जाते हैं। तुलसी, केसर और शहद को मिलाकर चेहरे पर 15 मिनट लगाएं, बाद में गुनगुने पानी से धो लें।

मासिक धर्म की औषधि

केसर का नियमित सेवन महिलाओं के लिए बहुत अच्‍छा रहता है। महिलाओं की कई शिकायतें जैसे – मासिक चक्र में अनियमिता, गर्भाशय की सूजन, मासिक चक्र के समय दर्द होने जैसी समस्याओं में केसर का सेवन करने से आराम मिलता है।

इसके कोई दुष्‍परिणाम भी नहीं होते हैं। यह उन दिनों में हारमोन्‍स को संतुलित बनाये रखने में मददगार साबित होता है।

गर्भावस्‍था में लाभकारी

चिकित्सा गुणों से प्रचुर केसर ऐंठन दूर करता है। गर्भावस्था में इसको लेने से ऐंठन और पेट दर्द में आराम मिलता है। साथ ही यह पाचन-प्रणाली को सुधारने के अलावा गर्भवती महिला की भूख की वृद्धि भी करता है|

इस वेबसाइट में जो भी जानकारिया दी जा रही हैं, वो हमारे घरों में सदियों से अपनाये जाने वाले घरेल नुस्खे हैं जो हमारी दादी नानी या बड़े बुज़ुर्ग अक्सर ही इस्तेमाल किया करते थे, आज कल हम भाग दौड़ भरी ज़िंदगी में इन सब को भूल गए हैं और छोटी मोटी बीमारी के लिए बिना डॉक्टर की सलाह से तुरंत गोली खा कर अपने शरीर को खराब कर देते हैं। तो ये वेबसाइट बस उसी भूले बिसरे ज्ञान को आगे बढ़ाने के लक्षय से बनाई गयी है। आप कोई भी उपचार करने से पहले अपने डॉक्टर से या वैद से परामर्श ज़रूर कर ले। यहाँ पर हम दवाएं नहीं बता रहे, हम सिर्फ घरेलु नुस्खे बता रहे हैं। कई बार एक ही घरेलु नुस्खा दो व्यक्तियों के लिए अलग अलग परिणाम देता हैं। इसलिए अपनी प्रकृति को जानते हुए उसके बाद ही कोई प्रयोग करे। इसके लिए आप अपने वैद से या डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करे।

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