धनतेरस के दिन ये चीजे गलती से भी नहीं खारेदें

धनतेरस-दीपावली पर कुछ न कुछ खरीदना शुभ माना जाता है। धनतेरस का दिन धनवंतरि भगवान को समर्पित है, इसलिए इस दिन का खास महत्व है। आइए जानें, कि इस दिन क्या खरीदना शुभ नहीं है—dhanteras-me-kya-chije-n-kharide

  • सामान्यतः धनतेरस और दीपावली पर स्टील के बर्तन खरीदने की परंपरा है जो उचित नहीं है। स्टील लोहे का दूसरा रूप है। इसकी जगह तांबा, पीतल, कांसा या अन्य धातु के बर्तन खरीद सकते हैं। स्टील के बर्तन धनतेरस के एक दिन पहले खरीदा जा सकते हैं।
  • अगर आप धनतेरस के दिन गाड़ी खरीदना चाहते हैं तो एक दिन पहले ही पूर्ण भुगतान कर दें। धनतेरस के दिन गाड़ी के दिन पैसे न दें। गाड़ी के अंदर चांदी का एक सिक्का, लोहे छोड़कर किसी भी धातु के गणपति, लक्ष्मी व हनुमान (चांदी के हों तो सर्वश्रेष्ठ) की प्रतिमा स्थापित करके ही घर लाएं। प्रयास करें कि शोरूम मालिक ही उपहार स्वरूप सामग्री आपको गाड़ी के साथ प्रदान करें। गाड़ी राहू काल में घर में न लाएं।
  • स्वर्ण व चांदी की वस्तुएं खरीदना शुभ है पर सोना या चांदी शुद्ध होनी चाहिए। अन्यथा शुद्ध सोने या चांदी के बिस्किट खरीदे जा सकते हैं।
  • धनतेरस के दिन घर में दक्षिणवर्ती शंख लाना अति शुभ है। इसे लक्ष्मी के परिवार का ही सदस्य माना जाता है।
  • धनतेरस के दिन प्राणप्रतिष्ठित रसराज पारद श्री यंत्रम घर में लाना सर्वोत्तम है। लक्ष्मीपूजन के समय इसे लक्ष्मी की प्रतिमा के समक्ष रखने से धनप्राप्ति के नवीन अवसर प्राप्त होते हैं।
  • इस दिन कमलगट्टे की माला खरीदना शुभ है।
  • कपड़े खरीद सकते हैं। सफेद व लाल रंग के कपड़े शुभ हैं।
  • तेल या तेल की वस्तुएं वैसे तो खरीदना वर्जित है। प्रयास करें कि इसे एक-दो दिन पहले ही खरीद लें।
  • काले रंग की वस्तुएं न खरीदने का प्रयास करें जब तक यह अनिवार्य न हो।
  • संपत्ति खरीदना शुभ है।
  • सफेद व लाल रंग की वस्तुएं लक्ष्मी को आकर्षित करती हैं।
  • धार्मिक साहित्य और रूद्राक्ष की या अन्य प्रकार की मालाएं खरीदना अति शुभ है।
  • विद्यार्जन के साहित्य और स्टेशनरी खरीदना शुभ है।
  • धनतेरस के दिन औषधि खरीद सकते हैं क्योंकि यह भगवान धनवंतरि का दिन है पर दीपावली के दिन यथासंभव दवा खरीदने से बचें, जब तक अनिवार्य न हो।
  • उपहार देने की वस्तुएं पहले ही खरीद कर रख लें।
  • संभव हो तो उपहार धनतेरस या दिवाली से एक दिन पहले ही भिजवा दें।
  • दीपावली के दिन काले रंग का उपहार न लें। विनम्रता से या होशियारी से मना कर दें या किसी अन्य दिन लेने का वादा कर लें।
इस वेबसाइट में जो भी जानकारिया दी जा रही हैं, वो हमारे घरों में सदियों से अपनाये जाने वाले घरेल नुस्खे हैं जो हमारी दादी नानी या बड़े बुज़ुर्ग अक्सर ही इस्तेमाल किया करते थे, आज कल हम भाग दौड़ भरी ज़िंदगी में इन सब को भूल गए हैं और छोटी मोटी बीमारी के लिए बिना डॉक्टर की सलाह से तुरंत गोली खा कर अपने शरीर को खराब कर देते हैं। तो ये वेबसाइट बस उसी भूले बिसरे ज्ञान को आगे बढ़ाने के लक्षय से बनाई गयी है। आप कोई भी उपचार करने से पहले अपने डॉक्टर से या वैद से परामर्श ज़रूर कर ले। यहाँ पर हम दवाएं नहीं बता रहे, हम सिर्फ घरेलु नुस्खे बता रहे हैं। कई बार एक ही घरेलु नुस्खा दो व्यक्तियों के लिए अलग अलग परिणाम देता हैं। इसलिए अपनी प्रकृति को जानते हुए उसके बाद ही कोई प्रयोग करे। इसके लिए आप अपने वैद से या डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करे।

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